Edited By suman prajapati, Updated: 28 Nov, 2024 11:22 AM
राजकुमार राव और पत्रलेखा बी-टाउन इंडस्ट्री के लविंग कपल्स में से एक हैं। एक-साथ दोनों में हमेशा जबरदस्त बॉन्डिंग देखने को मिलती है। हाल ही में कपल ने अपनी शादी के 3 साल पूरे कर लिए हैं। 15 नवंबर को राजकुमार-पत्रलेखा की शादी धूमधाम से हुई थी, जिसकी...
बॉलीवुड तड़का टीम. राजकुमार राव और पत्रलेखा बी-टाउन इंडस्ट्री के लविंग कपल्स में से एक हैं। एक-साथ दोनों में हमेशा जबरदस्त बॉन्डिंग देखने को मिलती है। हाल ही में कपल ने अपनी शादी के 3 साल पूरे कर लिए हैं। 15 नवंबर को राजकुमार-पत्रलेखा की शादी धूमधाम से हुई थी, जिसकी तस्वीरें-वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं। अपनी शादी में पत्रलेखा पति को सिंदूर लगाती भी नजर आई थी। वहीं, अब शादी के 3 साल बाद राजकुमार ने इस राज से पर्दा उठाया और बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया था?
तीसरी वेडिंग एनिवर्सरी पर राजकुमार राव ने अपने इंस्टाग्राम पर शादी की एक फोटो शेयर कर पत्नी को सालगिरह की बधाई दी थी और कैप्शन में लिखा, '3 साल हो गये हमारी ज़िंदगी के सबसे खूबसूरत दिन को। आप सब के प्यार और आशीर्वाद के लिए बहुत बहुत धन्यवाद'।
वहीं, पत्नी द्वारा शादी में मांग में सिंदूर भरे जाने को लेकर राजकुमार राव ने बरखा दत्त से बताया, 'मुझे ऐसा लगा कि क्यों सिर्फ लड़की को ही सिंदूर लगाना चाहिए या मंगलसूत्र या चूड़ा पहनना चाहिए? मुझे लगा कि अगर उसे ये सब करना है, तो मैं क्या कर रहा हूं? मैंने तो सिर्फ रिंग पहनी थी। फिर मैंने पत्रलेखा से कहा कि तुम भी मुझे सिंदूर लगाओ। ये सब बराबरी से होना चाहिए।'
इसके बाद जब राजकुमार से जब पत्रलेखा के रिएक्शन के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया, 'मुझे लगता है कि उन्हें भी ये अच्छा लगा। उस पल को बाद में बहुत महत्व मिला, लेकिन उस वक्त हमें इसकी उम्मीद नहीं थी, लेकिन मुझे खुशी है कि इसने कई लोगों का दिल छुआ'।
अपने फेरों के बारे में बात करते हुए राजकुमार ने बताया, 'हमारे फेरों के दौरान भी हम ये जानना चाहते थे कि पंडित जी क्या बोल रहे हैं। हमने हर मंत्र का मतलब पूछा। कुछ वचन थे, जो हमें सही नहीं लगे'।
बता दें, राजकुमार राव और पत्रलेखा ने शादी से पहले एक दूसरे को सालों तक डेट किया था और फिर दोस्तों रिश्तेदारों की मौजूदगी के बीच इंटीमेट वेडिंग की थी। 15 नवंबर, 2021 को कपल ने हमेशा-हमेशा के लिए एक दूजे का हाथ थामा था।