Edited By suman prajapati, Updated: 25 Dec, 2025 11:42 AM

पिछले सप्ताह हैदराबाद में फिल्म द राजा साब के गाने के लॉन्च इवेंट के दौरान एक्ट्रेस निधि अग्रवाल भीड़ में फंस गई थीं। इवेंट के दौरान अचानक उमड़ी भारी भीड़ की वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस पूरी घटना के वीडियो और तस्वीरें सोशल...
मुंबई. पिछले सप्ताह हैदराबाद में फिल्म द राजा साब के गाने के लॉन्च इवेंट के दौरान एक्ट्रेस निधि अग्रवाल भीड़ में फंस गई थीं। इवेंट के दौरान अचानक उमड़ी भारी भीड़ की वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस पूरी घटना के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुईं, जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था और फैन बिहेवियर पर सवाल उठने लगे। इसी घटना के बाद एक्टर शिवाजी का एक बयान चर्चा का विषय बन गया और उनकी आलोचना भी हुई। वहीं, अब शिवाजी के इस बयान पर निधि ने रिएक्ट किया है।

शिवाजी के बयान से बढ़ा विवाद
दरअसल, हाल ही में धंदोरा फिल्म के प्री-रिलीज इवेंट में मंच से बोलते हुए शिवाजी ने महिलाओं की ड्रेसिंग को लेकर टिप्पणी कर दी, जिसे कई लोगों ने आपत्तिजनक और असंवेदनशील बताया। उन्होंने मंच से कहा कि निधि ने ऑफ-शोल्डर ड्रेस पहनी हुई थी और वह एक अच्छी लड़की हैं, लेकिन भीड़ ने उन पर जरूरत से ज्यादा हमला कर दिया। इसी बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी कड़ी आलोचना शुरू हो गई।

निधि अग्रवाल का करारा जवाब
काफी समय तक चुप रहने के बाद अब निधि अग्रवाल ने इस पूरे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इवेंट की एक तस्वीर शेयर की और लिखा- “पीड़ित को दोष देना भी एक तरह की मानसिक हिंसा और हेरफेर है।” एक्ट्रेस का ये पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

शिवाजी ने महिलाओं की आज़ादी पर दी थी नसीहत
विवाद की शुरुआत उस वक्त हुई जब शिवाजी ने मंच पर मौजूद एक फीमेल होस्ट की साड़ी में तारीफ करते हुए कहा कि महिलाओं को ऐसे कपड़े पहनने चाहिए जो शरीर को पूरी तरह ढकें। उन्होंने यह भी कहा कि खूबसूरती कपड़ों की शालीनता में होती है, न कि शरीर दिखाने में। उन्होंने महिलाओं की तुलना प्रकृति और माउन्होंने महिलाओं की तुलना प्रकृति और मां से करते हुए कहा कि महिलाओं का सम्मान तभी किया जाएगा जब वे एक तय सीमा में रहें।
भारी आलोचना के बाद मांगी माफी
जैसे ही उनका ये बयान वायरल हुआ, शिवाजी को चारों तरफ से आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने एक वीडियो जारी कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। शिवाजी ने कहा कि उन्हें अपने शब्दों का चयन बेहतर तरीके से करना चाहिए था। उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका इरादा किसी महिला का अपमान करने का नहीं था।