Edited By suman prajapati, Updated: 20 Jun, 2025 11:06 AM

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के पास दौलत और शोहरत की कोई कमी नहीं है। उनके पास विरासत में मिली काफी प्रॉपर्टी है। इसके अलावा भी बिग बी ने अपने दमपर कई आलीशान बंगले अपने नाम किए हैं। अमिताभ बच्चन के पिता ने पहला घर दिल्ली में लिया था और इसके बनने...
मुंबई. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के पास दौलत और शोहरत की कोई कमी नहीं है। उनके पास विरासत में मिली काफी प्रॉपर्टी है। इसके अलावा भी बिग बी ने अपने दमपर कई आलीशान बंगले अपने नाम किए हैं। अमिताभ बच्चन के पिता ने पहला घर दिल्ली में लिया था और इसके बनने की कहानी काफी मजेदार है। हालांकि, अब बच्चन परिवार ने हमेशा के लिए यहां से नाता तोड़ लिया है, लेकिन आइए जानते हैं इसके बनने की कहानी..
ये उन दिनों की बात है जब अमिताभ बच्चन फिल्मी दुनिया में नाम कमाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। इधर साल 1960 के दौरान दिल्ली के कुछ पत्रकार अपनी एक कॉलोनी बनाने के लिए सरकार से एक प्लॉट की मांग कर रहे थे और सरकार ने भी देने का वादा किया। उसी दौरान दिल्ली हाउसिंग कमिश्नर के.एल. राठी ने पत्रकारों की प्रस्तावित गुलमोहर पार्क हाउसिंग सोसयटी के पदाधिकारियों से साहित्यकार डॉ. हरिवंश राय बच्चन की पत्नी तेजी बच्चन को भी सोसाइटी का मेंबर बनाने की गुजारिश की। इस तरह तेजी बच्चन गैर-पत्रकार होने पर भी हाउसिंग सोसायटी में शामिल कर ली गईं।

इसके बाद जवाहर लाल नेहरू के निधन के दो साल बाद 1966 में सोसाइटी को जमीन मिली, जहां भारत में पत्रकारों की संभवत: पहली आवासीय कॉलोनी गुलमोहर पार्क बनी। सीनियर लेखक और जर्नलिस्ट रहे केदार नाथ गुप्ता की हाल ही प्रकाशित किताब Ink, Saffron and Freedom में गुलमोहर पार्क के बनने की दिलचस्प कहानी का खुलासा किया गया है।

केदार नाथ गुप्ता ने अपनी किताब में लिखा- 'तेजी बच्चन ने गुलमोहर पार्क कम्युनिटी सेंटर के निर्माण में दिल खोलकर मदद की। उन्होंने अमिताभ बच्चन की फिल्म कुली के प्रीमियर से हुई कमाई का एक बड़ा हिस्सा भी दान किया था। दरअसल, गुलमोहर पार्क में बच्चन खानदान का पहला घर बना था जिसका नाम था सोपान। सोपान को बच्चन परिवार ने अपनी देख-रेख में बनवाया था।
उन्होंने आगे लिखा है कि हरिवंश राय बच्चन शाम को गुलमोहर पार्क क्लब में मित्रों के साथ बैठने के लिए जरूर पहुंचते और 'सोपान’ की दिवाली सारे गुलमोहर पार्क में मशहूर हुआ करती थी। इसी किताब में दिवाली की एक कहानी भी है। इसमें बताया गया है, 'एक बार दिवाली पर अनार जलाते हुए अमिताभ बच्चन के हाथ जल गए थे। गुलमोहर पार्क के पुराने लोगों को याद है कि हरिवंश राय बच्चन सुनिश्चित करते थे कि अमिताभ की हर फिल्म यहां के उनके दोस्त भी देखें। वह सबको फिल्मों के कैसेट देते थे।
हालांकि, कुछ साल पहले अमिताभ बच्चन ने सोपान को बेच दिया।' रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमिताभ ने अपने माता-पिता का यह घर 23 करोड़ रुपए में बेचा था। अमिताभ के माता-पिता हरिवंश राय बच्चन और तेजी बच्चन इस घर में रहा करते थे।