Edited By Mehak, Updated: 03 Dec, 2025 05:11 PM

बॉलीवुड के दिग्गज धर्मेंद्र के निधन के बाद उनकी 450 करोड़ रुपये की संपत्ति को लेकर चर्चा तेज है। उनके दो परिवार हैं—पहली पत्नी प्रकाश कौर के चार बच्चे और दूसरी पत्नी हेमा मालिनी की दो बेटियां। सनी देओल ने स्पष्ट किया है कि धर्मेंद्र की इच्छा के...
नेशनल डेस्क : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र को इस दुनिया से गए एक हफ्ते से ज्यादा हो चुका है, लेकिन उनका जाना परिवार और फैंस के लिए अब भी भावुक कर देने वाला है। इसी बीच उनकी करीब 450 करोड़ रुपये की संपत्ति को लेकर चर्चा तेज है। धर्मेंद्र के दो परिवार हैं। पहली पत्नी प्रकाश कौर से सनी, बॉबी, अजीता और विजेता, और दूसरी पत्नी हेमा मालिनी से ईशा और अहाना देओल। वहीं, उनके कुल 13 नाती-पोतें भी हैं।
सनी देओल का बड़ा बयान - ईशा और अहाना का हक नहीं मारा जाएगा
धर्मेंद्र की प्रेयर मीट में हेमा मालिनी और उनकी बेटियों की अनुपस्थिति ने परिवार में मतभेद की चर्चाओं को और हवा दी। इसी माहौल में यह सवाल उठने लगे कि धर्मेंद्र की संपत्ति आखिर किसे मिलेगी और क्या दोनों बेटियों ईशा और अहाना को भी हिस्सा दिया जाएगा? देओल परिवार के एक करीबी सूत्र के मुताबिक, सनी देओल ने साफ कहा है कि धर्मेंद्र के सभी बच्चों को बराबरी से उनका हिस्सा मिलेगा। सनी नहीं चाहते कि ईशा और अहाना को किसी तरह का नुकसान हो, और यह बात खुद धर्मेंद्र की भी इच्छा थी।
45 साल की शादी, लेकिन हेमा कभी नहीं गईं धर्मेंद्र के घर
रिपोर्ट्स के अनुसार, धर्मेंद्र जब अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आए थे, तब हेमा मालिनी और उनकी बेटियां उनसे मिलने नहीं गईं। इसके पीछे की वजह यह बताई जा रही है कि हेमा मालिनी अपनी शादी के 45 साल में कभी उस घर नहीं गईं, जहां धर्मेंद्र अपनी पहली पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे। इसी कारण वह आखिरी समय में भी उनसे मुलाकात नहीं कर पाईं।
धर्मेंद्र की संपत्ति - बंगला, स्टूडियो, फार्महाउस से लेकर बिज़नेस तक
धर्मेंद्र के पास कई तरह की संपत्तियां थीं, जिनमें शामिल हैं:
- लोनावला में बड़ा फार्महाउस
- मुंबई के जूहू में आलीशान बंगला
- 'सनी साउंड्स' नाम का स्टूडियो
- 'विजेता फिल्म्स' प्रोडक्शन कंपनी
- उनके नाम पर कई रेस्टोरेंट
- कई जमीनें और व्यक्तिगत निवेश
इसी वजह से उनकी वसीयत और संपत्ति के बंटवारे की चर्चा सोशल मीडिया पर जोरों पर है।
24 नवंबर को हुआ धर्मेंद्र का निधन
24 नवंबर को धर्मेंद्र ने अपने घर पर अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार थे और थोड़े समय पहले अस्पताल में भी भर्ती हुए थे। घर लौटने के बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हुई और फिर उनका निधन हो गया। धर्मेंद्र अपने दोनों परिवारों को बहुत प्यार करते थे और सभी बच्चों को समान दर्जा देते थे।