Edited By Jyotsna Rawat, Updated: 10 Apr, 2025 12:10 PM

जिम्मेदार डिजिटल पेरेंटिंग को बढ़ावा देने और इंटरनेट पर बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने के उद्देश्य से, अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता नेहा धूपिया ने असम पुलिस और PIIR फाउंडेशन के साथ हाथ मिलाया है।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। जिम्मेदार डिजिटल पेरेंटिंग को बढ़ावा देने और इंटरनेट पर बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने के उद्देश्य से, अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता नेहा धूपिया ने असम पुलिस और PIIR फाउंडेशन के साथ हाथ मिलाया है। वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित अभियान #DontBeASharent (शेयरिंग पैरेंट्स) को और मज़बूत बनाने में मदद करेंगी।
#DontBeASharent, जिसे असम पुलिस ने शुरू किया था, अब एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है। यह अभियान सोशल मीडिया पर बच्चों की निजी जानकारी अधिक साझा करने के खतरों और माता-पिता द्वारा सतर्क डिजिटल व्यवहार अपनाने की आवश्यकता को उजागर करता है।
नेहा धूपिया, जो पेरेंटिंग और ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए जानी जाती हैं, इस अभियान से जुड़कर परिवारों को डिजिटल ज़िम्मेदारी अपनाने के लिए प्रेरित करेंगी। नहीं कहती है, "एक मां होने के नाते, मैं समझ सकती हूं कि अपने बच्चों की उपलब्धियां ऑनलाइन साझा करने की खुशी क्या होती है। लेकिन हमें खुद से यह सवाल पूछना चाहिए — कितना ज़्यादा हो जाता है? ‘#DontBeASharent’ हमें यह याद दिलाने के लिए है कि हमें न केवल शारीरिक रूप से, बल्कि डिजिटल रूप से भी अपने बच्चों की सुरक्षा करनी चाहिए।”
अब इस अभियान को और विस्तार दिया जाएगा, जिसके तहत जागरूकता वीडियो, पब्लिक सर्विस अनाउंसमेंट (PSA) और स्कूलों व समुदायों में शैक्षिक कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। इसके अलावा, इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बढ़ाने की योजना है। असम पुलिस और PIIR फाउंडेशन इस पहल का नेतृत्व जारी रखेंगे ताकि बच्चों के डिजिटल अधिकारों और ज़िम्मेदार पेरेंटिंग पर जागरूकता बढ़ाई जा सके।