Edited By suman prajapati, Updated: 11 Dec, 2025 12:14 PM

अमिताभ बच्चन के परिवार से होने के बावजूद नव्या नवेली नंदा ने खुद को ग्लैमर इंडस्ट्री से दूर रखते हुए एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने फिल्मों की बजाय बिजनेस और सामाजिक कार्यों का रास्ता चुना और काफी कम उम्र में अपनी मेहनत से मजबूत जगह बनाई है। कई...
मुंबई. अमिताभ बच्चन के परिवार से होने के बावजूद नव्या नवेली नंदा ने खुद को ग्लैमर इंडस्ट्री से दूर रखते हुए एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने फिल्मों की बजाय बिजनेस और सामाजिक कार्यों का रास्ता चुना और काफी कम उम्र में अपनी मेहनत से मजबूत जगह बनाई है। कई मौकों पर वे महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में काम करती नजर आई हैं। अब नव्या ने महिलाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक और महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है।
जनरेटिव एआई में महिलाओं को आगे बढ़ाने का लक्ष्य
नव्या नंदा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर शेयर एक पोस्ट के जरिए बताया कि वह भारत की महिलाओं को जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Gen-AI) की ट्रेनिंग दिलाने के एक नए मिशन पर काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था निमाया फाउंडेशन (NIMAIYA Foundation) ने IndiaAI के साथ एक आधिकारिक समझौता (MoU) साइन किया है।
पोस्ट में MoU साइनिंग सेशन की तस्वीरें शेयर करते हुए नव्या ने लिखा- “भारत के लिए एआई एक महत्वपूर्ण मिशन है और इसे सफल बनाने के लिए हम सभी को साथ आना होगा। आज निमाया फाउंडेशन की तरफ से हमने इंडिया एआई के साथ हाथ मिलाए हैं, ताकि लाखों महिलाओं को जनरेटिव एआई स्किल्स की ट्रेनिंग दी जा सके।”
इस पहल से महिलाओं को क्या मिलेगा?
नव्या ने बताया कि यह प्रोजेक्ट महिलाओं को आधुनिक तकनीक की दुनिया से जोड़ने का प्रयास है। उनका मानना है कि AI स्किल्स आने वाले समय में हर पेशे में जरूरी होने वाली हैं और महिलाओं को तैयार करना समय की मांग है।
अपने पोस्ट में उन्होंने आगे लिखा- यह ट्रेनिंग महिलाओं को 21वीं सदी के वर्कप्लेस में अधिक सक्षम बनाएगी। इस प्रोग्राम में महिलाएं सीखेंगी कि चैटबॉट्स कैसे ट्रेन किए जाते हैं। कैसे एआई की मदद से समस्याओं का समाधान किया जाता है।
नव्या ने जोर देकर कहा- “हम चाहते हैं कि महिलाएं महसूस करें कि तकनीक कोई डरने की चीज नहीं है, बल्कि इसे वे खुद भी कंट्रोल और कमांड कर सकती हैं।”