Edited By suman prajapati, Updated: 19 Nov, 2021 10:05 AM
एक्ट्रेस कंगना रनौन 1947 की आजादी को भीख बताने के बाद महात्मा गांधी पर विवादित बयान देने के बाद से लगातार लोगों निशाने आई हुई हैं। चारों तरफ एक्ट्रेस का जबरदस्त विरोध किया जा रहा है। अब हाल ही में महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने बापू का...
बॉलीवुड तड़का टीम. एक्ट्रेस कंगना रनौन 1947 की आजादी को भीख बताने के बाद महात्मा गांधी पर विवादित बयान देने के बाद से लगातार लोगों निशाने आई हुई हैं। चारों तरफ एक्ट्रेस का जबरदस्त विरोध किया जा रहा है। अब हाल ही में महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने बापू का अपमान करने पर कंगना को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि थप्पड़ मारने के लिए दूसरा गालदेने के लिए गांधी से नफरत करने वालों की तुलना में अधिक साहस की आवश्यकता होती है।
तुषार गांधी ने एक लेख में कंगना की हर बात का जोरदार जवाब दिया है।उनके लेख का शीर्षक है 'दूसरे गाल बढ़ाने के लिए गांधी से नफरत करने वालों की तुलना में अधिक साहस की आवश्यकता होती है।'
उन्होंने कहा, ‘जो लोग यह आरोप लगाते हैं कि गांधीवादी सिर्फ दूसरा गाल घुमाते हैं और इसलिए कायर हैं, वे इतने बहादुर होने के लिए आवश्यक साहस को नहीं समझ सकते हैं। वे इस तरह की वीरता को समझने में असमर्थ हैं।’
तुषार गांधी ने आगे कहा, ‘दूसरा गाल बढ़ाना कायरता का कार्य नहीं है। इसमें बहुत साहस लगता है। उस समय के भारतीयों ने इसे बहुतायत में प्रदर्शित किया। वे सभी नायक थे। कायर वो लोग थे जो अपने आकाओं के कोट पर लटके हुए थे। जिन्होंने व्यक्तिगत लाभ के लिए ताज पर दया और क्षमादान की याचना करने से पहले एक पलक नहीं झपकाई।’
कंगना के भीख वाले बयान का जवाब देते हुए तुषार ने कहा, ‘बापू भिखारी कहलाने का स्वागत करेंगे। अपने राष्ट्र और उसके लोगों के लिए, उन्होंने भीख मांगने में कोई आपत्ति नहीं की। उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री द्वारा "अर्ध-नग्न फकीर" के रूप में बर्खास्त किए जाने की सराहना की और आखिर में ब्रिटिश क्राउन ने आत्मसमर्पण कर दिया। वह फकीर थे। झूठ कितना भी जोरदार हो और सच्चाई की आवाज कितनी भी धुंधली क्यों न हो, सच्चाई कायम रहती है। कुछ झूठों को इन दिनों जवाब दिया जाना है।’
बता दें, कंगना रनौन ने अपने बयान में कहा था कि 1947 में जो मिली वो आजादी नहीं भीख थी। असली आजादी तो 2014 में मिली है। इसके बाद उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने भगत सिंह को फांसी क्यो चढ़ने दिया। उनका कहना था कि अगर कोई एक गाल में थप्पड़ मारता है तो बदले में हमें दूसरा गाल भी आगे कर देना चाहिए। दूसरा गाल आगे करने से आजादी नहीं भीख मिलती है। उनके ऐसे विवादित बयान के बाद लोगों का अंगारा भड़का हुआ है।