Edited By suman prajapati, Updated: 05 Aug, 2024 01:31 PM
दिवंगत गायक किशोर कुमार भले ही आज इस दुनिया में नही हैं, लेकिन आज भी उनके गानों को खूब गुनगुनाया जाता है। उन्होंने अपनी सिंगिंग के जरिए लोगों के दिलों में ऐसी छाप छोड़ी है, जिसे कभी मिटाया नही जा सकता। बीते रविवार दिवंगत गायक की बर्थ एनिवर्सरी थी।...
बॉलीवुड तड़का टीम. दिवंगत गायक किशोर कुमार भले ही आज इस दुनिया में नही हैं, लेकिन आज भी उनके गानों को खूब गुनगुनाया जाता है। उन्होंने अपनी सिंगिंग के जरिए लोगों के दिलों में ऐसी छाप छोड़ी है, जिसे कभी मिटाया नही जा सकता। बीते रविवार दिवंगत गायक की बर्थ एनिवर्सरी थी। इस मौके पर उनके फैंस अपने अपने अंदाज में उन्हें याद करते नजर आए। वहीं, इस दिन खंडवा के विद्याकुंज इंटरनेशनल स्कूल द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां बच्चों ने उनका गीत गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
दरअसल, किशोर कुमार का जन्म मध्य प्रदेश के खंडवा में हुआ था। ऐसे में वहां उनकी याद में खास कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ऐसे में वहां के विद्याकुंज इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों और अध्यापकों ने किशोर दा की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए और गीत भी गाए गए।
स्कूल में संगीत सिखाने वाले एक गुरु ने सेक्सोफोन के जरिए किशोर कुमार के खास गीतों को बजाया और संगीत के द्वारा ही दिवंगत को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने 'तेरे जैसा यार कहां' और 'मेरे नैना सावन भादो' को बजाया। स्कूल के बच्चों ने सुर में सुर मिलाते हुए 'तेरे जैसा यार कहां' गाने को गाया।
किशोर कुमार के गाने
बता दें, किशोर कुमार ने न सिर्फ हिंदी बल्कि मलयालम, बंगाली, कन्नड़, मराठी, असमिया और गुजराती भाषा में भी कई गानें गाए हैं। उनके गाने जलते हैं फूल खिलते हैं, कोई हमदम ना रहा, एक लड़की भीगी भागी सी, छेड़ों ना मेरी जुल्फें, ओ मेरे दिल के चैन, हमें तुमसे प्यार कितना, तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती, प्यार दीवाना होता है, मेरे सपनों की रानी, एक अजनबी हसीना से, आपकी आंखों में कुछ, फिर सुहानी शाम ढली, तेरे जैसा यार कहां और ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे आज भी लोगों के बीच काफी पॉपुलर हैं और अक्सर खास मौकों पर सुनने को मिलते हैं।