Edited By suman prajapati, Updated: 29 Aug, 2024 10:42 AM
. हेमा कमेटी रिपोर्ट सामने आने के बाद मलयालम इंडस्ट्री के कई स्टार्स के काले सच का पर्दाफाश हुआ है। हाल ही में एक एक्ट्रेस ने जाने माने मलयाली एक्टर और सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक एम. मुकेश पर आरोप लगाया कि अभिनेता ने...
बॉलीवुड तड़का टीम. हेमा कमेटी रिपोर्ट सामने आने के बाद मलयालम इंडस्ट्री के कई स्टार्स के काले सच का पर्दाफाश हुआ है। हाल ही में एक एक्ट्रेस ने जाने माने मलयाली एक्टर और सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक एम. मुकेश पर आरोप लगाया कि अभिनेता ने कई साल पहले उसका यौन उत्पीड़न किया था। इस आधार पर मुुकेश के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। इस बात की जानकारी पुलिस ने बृहस्पतिवार को दी है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार रात कोच्चि शहर के मरदु पुलिस थाने में एक्टर मुकेश के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि यह मामला भारतीय दंड संहिता के तहत इसलिए दर्ज किया गया है, क्योंकि कथित अपराध भारतीय न्याय संहिता के लागू होने से पहले हुआ था। न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में किए गए खुलासों के बाद विभिन्न निर्देशकों और अभिनेताओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। तब से मलयालम फिल्म जगत की किसी ‘हाई प्रोफाइल' हस्ती के खिलाफ यह तीसरी प्राथमिकी है।
इससे पहले, तिरुवनंतपुरम ‘म्यूजियम पुलिस' ने आठ साल पहले एक होटल में एक एक्ट्रेस से बलात्कार करने के आरोप में एक्टर सिद्दीकी के खिलाफ बुधवार को मामला दर्ज किया था। पहला मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला करना या आपराधिक बल प्रयोग) के तहत निर्देशक रंजीत के खिलाफ पश्चिम बंगाल की एक अभिनेत्री की शिकायत पर दर्ज किया गया था। यह शिकायत 2009 की एक घटना के संबंध में की गई है। एक्ट्रेस ने आरोप लगाया है कि निर्देशक ने 2009 में फिल्म ‘पालेरी मणिक्यम' में अभिनय के लिए आमंत्रित करने के बाद उसे अनुचित तरीके से छुआ था। इन आरोपों को लेकर रंजीत ने केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सिद्दीकी ने भी अपने खिलाफ लगे आरोपों के बाद ‘मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन' (एएमएमए) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। वर्ष 2017 में एक अभिनेत्री पर हमले के बाद केरल सरकार द्वारा गठित न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न एवं शोषण के मामलों का खुलासा किया गया है।